Why do women not get pregnant due to increased one hormone

महिलाओं के शरीर में एक ऐसा हार्मोन होता है, जो गर्भधारण करने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिमका निभाता है । परंतु यही हार्मोन यदि अधिक मात्रा में हो जाए तो गर्भधारण में एक परेशान बन जाता है। इस हार्मोन के बढ़ जाने में महिलाओं में ovulation नहीं होता है। जिससे pregnancy नही हो पाती है। 

इस हार्मोन का नाम है प्रोलैक्टिन (prolactin hormone) जिसके बढ़ जाने के कारण महिलाओं में बहुत सारे लक्षण दिखाई देने लगते है। जैसे सफेद पानी (White discharge)आना ,  सरदर्द (headache ) होना, अधिक रक्तस्त्राव (heavy bleeding) होना, अनियमित माहवारी (periods delay) या फिर इनफर्टिलिटी का सामना करना इत्यादि । 

Read more: 6 Symptoms of Menstruation Symptoms not to be ignored are

 

महिलाओं में क्यों प्रोलैक्टिन (prolactin hormone) level हाई हो जाता है?

मस्तिष्क में पिट्यूटरी ग्रंथी होती है। जो prolactin hormone के निर्माण में सहायक होती है। Pituitary gland डोपामिन को प्रोड्यूस करती है । इसको ऐसे समझते है । कि जिन महिलाओं में dopamine अधिक बनता है, उनमें prolactin के लेवल अच्छा रहता है। 

परंतु जिन महिलाओं में Pituitary gland डोपामिन को बहुत ही कम मात्रा में बनाता है । तो ऐसी स्थिति में महिलाओं में prolactin hormone हार्मोन की अधिकता बढ़ जाती है। अर्थात अगर इसको कम शब्दों में समझे तो “ dopamine अधिक होगा तो prolactin hormone का संतुलन ठीक रहेगा और यदि dopamine कम होगा तो prolactin hormone की मात्रा बढ़ जायेगी” 

डोपामिन एक ऐसा हार्मोन है, जो मस्तिष्क को एक संदेश पहुंचता है । कि भूख लगी है , प्यास लगी है यानि कि यह हमारे शरीर में एक प्रकार का सूचना वाहक का कार्य करता है। हमें कब क्या करना चाहिए और कब क्या नही करना चाहिए। यह सब कार्य डोपामाइन के होते है। 

prolactin hormone किन महिलाओं में अधिक होता है ?

प्रोलैक्टिन हार्मोन का स्तर उन महिलाओं में अधिक होता है। जो महिलाएं पहले से गर्भवती (Pregnant) या फिर वह अपने बच्चे काे स्तनपान ( Breastfeeding) करवा रहीं हैं। ऐसे में यह पूरी तरह से नेचुरल है। 

परंतु अगर किसी अविवाहित महिला है या फिर वह बच्चे के लिए कोशिश कर रही है। तो ऐसी महिलाओं में prolactin hormone का स्तर अधिक नही होना चाहिए । इसके बाद भी अगर prolactin hormone अधिक है तो आपके Beast से सफेद पानी निकलेगा, headache की समस्या होगी,  माहवारी प्रभावित (periods disturb) होगी,  heavy bleeding होगी और भी प्रजनन से जुडी कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं होगी। ऐसे में गर्भधारण करना एक मुश्किल काम हो जाता है। 

Read More: पीसीओडी होने पर क्यों नही होता है ओवेल्युशन ? जानिए पीसीओडी कैसे ओवेल्युशन को प्रभावित करता है?

 

गर्भधारण के लिए prolactin hormone कितना होना चाहिए ?

यदि आप pregnancy के लिए try कर रहीं हैं तो मासिक धर्म के दौरान आपका prolactin hormone level ( FSH normal level) 4.7 और 8 iu/liter के मध्य होना चाहिए । तभी आप आसानी से गर्भधारण करने में सफल होंगी। 

 

High prolactin hormone को normal कैसे करें ?

आयुर्वेद में ऐसे बहुत सारी Home Remedy  और ayurvedic treatment है। जो बहुत ही आसानी के साथ prolactin hormone के लेवल को नियंत्रित करने में मदद करते है। 

  1. अश्वगंधा चूर्ण - आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के आधार पर आप प्रतिदिन अश्वगंधा का चूर्ण दूध के साथ लेती है । तो आपके prolactin hormone का लेवल कुछ दिनों में सामान्य हो जायेगा। इसमें किसी भी प्रकार का कोई साइड इफैक्ट भी नही होता है। 
  2. नारियल पानी (coconut water)  - नारियल पानी एक बहुत ही अच्छा पेय पदार्थ है । इसके सेवन से आपके शरीर में पानी की कमी नही होती है और शरीर बिल्कुल तरोताजा रहता है। यदि आप इसका रोजाना सेवन करती है तो आपके शरीर में इलेक्ट्रोलाइट की कमी नही होती है। नारियल पानी के सेवन से पाचन तंत्र अच्छा रहता है। नारियल पानी आपके सभी शरीर के हार्मोन (prolactin) को नियंत्रित करनें में भी मदद करता है। 

विटामिन बी6 और विटामिन ई से युक्त भोजन को अपनी थाली में शामिल करें।