PCOS Treatment in Ayurveda | Panchakarma for PCOS

 

PCOS Treatment in Ayurveda | Panchakarma for PCOS

 

PCOS (पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) यह हार्मोनल असंतुलन के कारण उत्पन्न होने वाली एक बीमारी है। महिलाओं के शरीर में जब पुरुष हार्मोन एण्ड्रोजन की मात्रा बढ़ जाती है तब PCOS के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। इसमें स्त्री के अंडाशय से अंडे के निष्कासन में बाधा होती है और अंडाशय में सिस्ट भी बन जाता है। पुरुष हार्मोन्स की अधिकता होने के परिणामतः महिलाओं के उन अंगों पर बाल उगने लगते हैं जहाँ प्रायः पुरुषों में पाए जाते हैं जैसे पीठ, छाती चेहरे और शरीर के अन्य भागों पर। महिलाओं में यह समस्या अभी के समय में बढ़ती ही जा रही है और कई बार ध्यान नहीं देने पर बहुत देर हो जाती है और महिलाओं को निःसंतानता जैसी समस्या का सामना करना पड़ता है। कभी कभी चेहरे पर कील मुहांसे भी होने लगते हैं और वजन भी बढ़ जाता है। लेकिन अपने आहार, जीवनशैली और चिकित्सा आदि में थोड़े बहुत फेर बदल से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं। इस ब्लॉग में आप सामान्य सी लगने वाली इस बीमारी के बारे में विस्तार से जानेंगे। 

 

PCOS (पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) के लक्षण : PCOS महिलाओं में पायी जाने वाली एक सामान्य बीमारी हो गयी है जिसके लक्षण ध्यानपूर्वक देखने पर समझ में आ जाते हैं और आप ऐसे किसी लक्षण के दिखने पर अपने आस पास किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से कंसल्ट कर सकती हैं। इसके कुछ मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं:

 

अनियमित पीरियड्स 

शरीर पर अनवांटेड हेयर ग्रोथ 

चेहरे पर कील मुहांसे का बढ़ना 

सर के बालों का अत्यधिक झड़ना 

वजन बढ़ना 

सर में दर्द और थकान महसूस करना 

निःसंतानता की समस्या 

टेस्टेस्टोरेन का बढ़ता हुआ स्तर 

नींद नहीं आना 

डिप्रेशन, एंग्जायटी 

 

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PCOS (पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) के कारण : आजकल महिलाओं की जीवनशैली जैसी होती जा रही है वैसे में तरह तरह की बिमारियों का होना आम बात है लेकिन सही समय पर सावधानी बरतने पर आप ऐसी बिमारियों के दुष्प्रभाव से बच सकते हैं। टेंशन में आकर कम उम्र में ही शराब, सिगरेट, अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करने से भी आपको PCOS की समस्या हो सकती है। लोगों की सिटींग आवर्स इतने बढ़ गए हैं की फिशकाल एक्टिविटी कम हो गयी है और यह भी एक अहम कारण हो सकता है। यहाँ इनमे से कुछ कारणों की चर्चा करेंगे -

 

हार्मोनल असंतुलन : किसी महिला में एण्ड्रोजन के स्तर का बढ़ना और प्रोजेस्टेरोन के सामान्य स्तर में परिवर्तन होना PCOS का एक कारण हो सकता है। 

अनुवांशिक कारण: कभी कभी PCOS आपके किसी कमी के कारण नहीं बल्कि परिवार में परंपरागत चलने वाली बीमारी के तौर पर आपको मिली होती है इसी को PCOS का वंशानुगत कारण कहते हैं जिसमे आपके परिवार में इस बीमारी का कोई पुराना इतिहास रहा हो। 

जीवनशैली और आहार: आजकल लोगों की जीवनशैली इतनी व्यस्त हो गयी है की उन्हें न हो पाने खाने पिने का होश रहता है न ही अपने शरीर का ऐसे व्यस्तता में लोग प्रोसेस्ड और फ़ास्ट फ़ूड खाने के लिए बाध्य हो जाते हैं और  व्यायाम आदि पर ध्यान नहीं दे पाते हैं जिसकी वजह से शरीर शिथिल पड़ जाता है और PCOS जैसी बिमारियों को जन्म देता है। 

इन्सुलिन का असामान्य स्तर: महिलाओं के शरीर में जब इन्सुलिन के उत्पादन का स्तर बढ़ता है तो भी PCOS की समस्या हो सकती है। 

स्मोकिंग और शराब पीना : आजकल तनाव के कारण या अकेलेपन के कारण लोग बहुत छोटी उम्र से ही सिगरेट शराब या अन्य नशीली पदार्थों का सेवन शुरू कर देते हैं जिससे भविष्य में उन्हें कई तरह की बिमारियों का सामना करना पड़ता है उन्ही में से एक PCOS भी है। 

अत्यधिक वजन :  महिलाओं का बढ़ता हुआ वजन जब एक लिमिट से ऊपर हो जाता है तो PCOS की समस्या हो सकती है और यह आगे चलकर आपको कन्सीव करने में भी दिक्कत उत्पन्न कर सकती है। 

थाइरोइड तथा हाइपर्टेंशन: जिन महिलाओं को थयरॉइड या हाइपरटेंशन की समस्या है उनमे PCOS होने की सम्भावना बढ़ जाती है और ध्यान न देने पर यह आपके भविष्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है। 

 

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PCOS (पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम) का ट्रीटमेंट : PCOS के ट्रीटमेन्ट के लिए पहले पेशेंट की शारीरिक स्थिति, उसकी उम्र, पुरानी चिकित्सा हिस्ट्री और बीमारी के लक्षण को ध्यान में रखते हैं। जरुरी नहीं है की सबका इलाज एक जैसा हो इसलिए सभी पेशेंट में मुख्य रूप से इन कारकों पर ध्यान दिया जाता है फिर उसी के हिसाब से ट्रीटमेंट की प्रक्रिया शुरू होती है। इस बीमारी का पूर्णतः इलाज तो संभव नहीं है लेकिन लक्षणों को ठीक करने की कोशिश की जाती है जिसके लिए डॉक्टर आपसे व्यायाम, दवाई , थेरेपी, आहार में परिवर्तन आदि कर सकते हैं लेकिन बेहतर होगा आप पहले किसी अच्छे डॉक्टर से कंसल्ट करें फिर इलाज की प्रक्रिया आरम्भ करें और सबकुछ एक्सपर्ट की सलाह से करें ताकि आपकी समस्या का सही ढंग से समाधान हो सके। आप आशा आयुर्वेदा के क्लिनिक भी आ सकते हैं यह दिल्ली, मुंबई, पुणे और लखनऊ में स्थित है जहाँ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ की पूरी टीम मौजूद है और उनका वर्षों का अनुभव आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा। 

 

 

 

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