Nahi Ban Pa Rahe Ma toh Apnaye Ye Gharelu Nuskhe( home remedies to get pregnant in hindi )

नहीं बन पा रही मॉ तो अपनाएं ये घरेलू टिप्स ( home remedies to get pregnant in hindi )

 

माँ बनना हर औरत का एक सपना होता हैं मगर भारत मे 1/3 महिलाओं का सपना पूरा नहीं हो पाता हैं । इतने ही पुरुष इस प्रॉब्लम से जूझ रहे हैं । शादी के एक साल बाद भी माँ न बनने पर चिंता की लकीरें बढ़ने लगती हैं । असल मे बांझपन एक आम समस्या है जो पुरुषों एवं महिलाओं में पाया जाता हैं । अगर बिना किसी गर्भनिरोधक साधन का इस्तेमाल किये शारिरिक सबंध बनाने के बावजूद भी गर्भधारण न कर पाना ही बांझपन हैं । महिलाओं में इनके कई कारण हो सकते हैं जैसे डिप्रेशन, असंतुलित आहार, पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, ऐंडोमेटरिओसिज़, यौन रोग, यौन एसिडिटी, गर्भाश्य फाइब्रॉएड, एनीमिया, थायराइड की समस्याएं एवं अवरूद्ध फैलोपियन ट्यूबज़ आदि ।

 

संतान सुख से वंचित बांझपन की शिकार दम्पति अस्पतालों के चक्कर लगाने को मजबूर हो जाती हैं । अंग्रेजी दवाइयों का इस्तेमाल करने से जहां एक प्रॉब्लम हल होती वही 100 बीमारियों को निमंत्रण देती हैं । ऐसे में हम आपके लिए लाये हैं बाझपन के आयुर्वेदिक घरेलू उपाय जिसे आप अपने घर पर ही इस्तेमाल कर सकते हैं । कुछ बदलाव आपको करने होंगे आपकी डेली रूटिंग में तभी फायदा होगा । यदि आप विधि अनुसार अपनाते हैं तो आपको फायदा अवश्य होगा तो आइए जानते हैं :-

 

गर्भधारण करने के आयुर्वेद के घरेलू इलाज ( homemade remedies for getting pregnant ) :-

 

1. बिजौरा नींबू :- बिजौरा नींबू के बीजों को दूध में पकाकर, एक चम्मच घी मिलाकर मासिकस्राव के चौथे दिन से प्रतिदिन सुबह - शाम पीने से गर्भ की स्थापना निश्चित रूप से होती है । 15 दिनों तक क्रम नियमित रूप से जारी रखना चाहिए । यदि पहले महीने में गर्भधारण न हो तो अगले मासिकस्राव के चौथे दिन से इसे पुन: जारी करना चाहिए। यह प्रयोग व्यर्थ नहीं जाता है। इससे गर्भधारण अवश्य ही होता है।

 

2. हींग :- यदि गर्भाशय में वायु (गैस) भर गई हो तो थोड़ी-सी काली हींग को कालीतिलों के तेल में पीसकर तथा उसमें रूई का फोहा भिगोकर तीन दिन तक योनि में रखे। इससे बांझपन का दोष नष्ट हो जाएगा । प्रतिदिन दवा को ताजा ही पीसना चाहिए ।

 

3. हरड़ :-, यदि गर्भाशय में कीडे़ पड़ गये हों तो हरड़, बहेड़ा और कायफल, तीनों को साबुन के पानी के साथ सिल पर महीन पीस लें, फिर उसमें रूई का फोहा भिगोकर तीन दिनों तक योनि में रखना चाहिए । इस प्रयोग से गर्भाशय के कीड़े नष्ट हो जाते हैं ।

 

4. कस्तूरी :- यदि गर्भाशय उलट गया हो तो कस्तूरी और केसर को समान मात्रा में लेकर पानी के साथ पीसकर गोली बना लें। इस गोली को ऋतु (माहवारी होने के पहले) भग (योनि) में रखें । इसी प्रकार तीन दिनों तक गोली रखने से गर्भाशय ठीक हो जाता है ।

 

5. दालचीनी :- वह पुरुष जो बच्चा पैदा करने में असमर्थ होता है । यदि प्रतिदिन तक सोते समय दो बड़े चम्मच दालचीनी ले तो वीर्य में वृद्धि होती है और उसकी यह समस्या दूर हो जाएगी । जिस स्त्री के गर्भाधान ही नहीं होता, वह चुटकी भर दालचीनी पावडर एक चम्मच शहद में मिलाकर अपने मसूढ़ों में दिन में कई बार लगायें । उसे थूंके नहीं । इससे यह लार में मिलकर शरीर में चला जाएगा जो आपकी प्रजजन क्षमता में वृद्धि करेगा ।

 

6. गुग्गुल :-, गुग्गुल एक ग्राम और रसौत को मक्खन के साथ मिलाकर प्रतिदिन तीन खुराक सेवन करने से श्वेतप्रदर के कारण जो बन्ध्यापन होता है। वह दूर हो जाता है। अर्थात श्वेतप्रदर दूर होकर बांझपन नष्ट हो जाता है ।

 

7. खजूर :- आयुर्वेद ने खजूर को एक औषधि माना है इसमे सभी प्रकार के विटामिन्स होते हैं जो आपकी प्रजजन क्षमता में वृद्धि करेंगे । दूध व दही के साथ कटे हुए पीस खाने से लाभ होगा । याद रहे आपको नियमित रूप से कम से कम 8 से 10 खजूर 1 महीना खाने से लाभ सम्भव हैं ।

 

8. अन्य उपाय :- आयुर्वेद के अनुसार गर्भ धारण की क्षमता को बढ़ावा देने के आपको संतुलित आहार का लेना चाहिए । आपके भोजन में विटामिन्स डी युक्त पदार्थों का सेवन करें । विटामिन हमारे शरीर के लिए बहुत आवश्यक हैं । तनाव को दूर करने के लिए नियमित एक्सरसाइज भी करे ।

 

इस बात का ध्यान रखें कि यह प्रक्रिया नियमित रूप से करें तभी लाभ सम्भव हैं ।  यदि आप किसी प्रकार की बांझपन से पीड़ित है तो आप आशा आयुर्वेदा  से संपर्क कर सकते है । 

 

वेबसाइट - www.aashaayurveda.com , हमें कॉल करे  +91 9811773770